सामजिक नियम ( Social Rools)
जिस प्रकार पिता के द्वारा किए गए अपराधों की सजा उसके उत्तराधिकारी(पुत्रों पुत्रियों ) को नहीं दी जा सकती है उसी प्रकार पिता की भौतिक संपत्तियों को उसके मरने के बाद उसके पुत्रों को स्थान्तरित नहीं किया जाना चाहिए l
पिता जब तक चाहे अपने जीवनकाल मे अपनी स्वेच्छा से अपने द्वारा अर्जित संपत्तियों को अपने पुत्रों पुत्रियों और अपने चाहने वालों पर खर्च कर सकता है परंतु उनके मरने के बाद उनकी संपत्तियों का बड़ा हिस्सा सरकार द्वारा अधिकृत कर लेना चाहिए और उसको निम्न श्रेणी के लोगों के स्वास्थ्य और शिक्षा के विकास के लिए खर्च करना चाहिए l
यह नियम समाज मे ना केवल अर्थिक समानता को बढ़ायेगा बल्कि इसके होने से समाज के उच्च लोग अपने चाहने वालों के लिए कई पीढियों के लिए अतिरिक्त धन नहीं जुटाएंगे जिससे समाज मे भ्रस्टाचार भी कम होगा l
सभी छोटे बच्चे को शिक्षा और स्वास्थ्य पर समान अधिकार होना चाहिए उसके शिक्षा और स्वास्थ्य पर उसके मां पिता की आर्थिक स्थित का असर बिल्कुल नहीं होना चाहिए l
Comments
Post a Comment
If you have any dought, please let me know.